Thursday 8 September 2011

तिहाड में बिग बॉस

मशहूर रियलिटी शो बिग बॉस का अगला संस्करण तिहाड़ जेल में फिल्माया जाना चाहिये। इन दिनों तिहाड़ जेल में जाने-माने लोग अपने दिन यूं ही निकाल रहे हैं। काफी बोर हो जाते हैं बेचारे। टीवी जगत और सरकार दोनों को उनकी बोरियत दूर करने के साथ-साथ जनता के मनोरंजन के बारे सोचना चाहिये। यदि बिग बॉस के आयोजक ऐसा प्रस्ताव रखें तो सरकार को तुरंत तिहाड़ जेल प्रशासन को सभी इंतजाम करने के आदेश दे देने चाहिये। 
यकीन जानिये कि इस रियलिटी शो की टीआरपी अन्ना आंदोलन और केबीसी से भी ज्यादा हो जायेगी। जो भी मनोरंजन चैनल इसका प्रसारण करेगा, उसके तो वारे-न्यारे हो जायेंगे। ढेर सारे विज्ञापन।  24 घंटे के खबरिया चैनल भी शो से जुड़ी तमाम खबरें ब्रेकिंग न्‍यूज के रूप में दिखाकर मुनाफा कमा सकते हैं। 
इस कार्यक्रम के स्टार कास्ट पर नजर डालते ही इसकी संभावित लोकप्रियता का अदांज लगाया जा सकता है। मधु कोडा, सुरेश कलमाडी, राजा और कनीमोझी जैसे भ्रष्‍टाचार में माहिर राजनेता चूंकी पहले से ही मौजूद हैं तो शो में उनके प्रवेश को लेकर कोई अड़चन नहीं है। रंगरंगीले शौक और दलाली पेशे वाले अमर सिंह के बिना तिहाड़ का रियलिटी शो अधूरा ही रहता। अपने राजनेता साथियों का साथ देने अमर सिंह ने तिहाड़ में प्रवेश पा ही लिया है। हो सकता है कि उन्‍हें इस बात की भनक भी लग गई हो कि तिहाड में एक रियलिटी शो होने जा रहा है। वैसे अमर सिंह की बॉलीवुड की अनेक अभिनेत्रियों से अच्छी जान-पहचान है जिन्‍हें कभी-कभार गैस्‍ट अपीयरन्‍स के लिये बुलाया जा सकता है।  
संसद में नोट लहराने वाले दो पूर्व भाजपा सांसद भी इन दिनों तिहाड़ में है। उनकी स्टिंग ऑपरेशन की क्षमता का दोहन बिग बॉस के आयोजक कर सकते हैं। हो सकता है कि दयानिधि मारन भी जल्द ही तिहाड़ पहुंच जायें।  सीबीआई ने सर्वोच्च न्यायालय को स्पष्ट कर दिया है कि उसने मारन को क्लीन चिट नहीं दी है। मारन की उपस्थिति भी काफी मजेदार रहेगी।
जैसे-जैसे सांसदों को जमानत मिलती रहेगी, वे कार्यक्रम से बाहर होते जायेंगे। चूंकि कई बड़े केस एक साथ चल रहे हैं तो आरोपी सांसदों का तिहाड में आना-जाना लगा ही रहेगा। 
राजनेताओं के अलावा शाहिद बलवा, संजय चन्‍द्रा और ललित भनोत जैसे कई हाई प्रोफाइल व्‍यावसायी और प्रशासक भी बिग बॉस की शोभा बढायेंगे। 
जहां तक इस शो की हॉस्ट का सवाल है तो इसके लिये भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना की सहयोगी किरन बेदी एक बेहतर पसंद हो सकती हैं। वे तिहाड़ जेल की संचालिका भी रह चुकी हैं और शो के दौरान असंयमित बरताव करने वाले सांसदों एवं व्‍यावसासियों को अनुशासित भी रख सकती हैं। कुल मिलाकर भरपूर मनोरंजन। बस जरूरत इस दिशा में आगे बढने की है। 

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